Sunday, 13 June 2021

घाट का एक ख़ामोश पत्थर हूं मैं , नदी के हज़ारों रूप ; देखी हैं मैंने !!

BY The Golden Note IN , , No comments


घाट का एक ख़ामोश पत्थर हूं मैं ,
नदी के हज़ारों रूप ; देखी हैं मैंने !!

❤️💔


हमसे जुड़ें;
THE GOLDEN NOTE
...a journey of inside through.


love  , support , feedback on:
blogspot/Instagram/facebook/twitter/tumblr


#writing #poetry #shayari 
#love #emotions 
#goingthrough #selfmusings

Pic Courtsey : Pinterest


...........




तेरे हर रंग से वाकिफ हूं मैं ,
बीता हुआ कल नहीं आज हूं मैं !!
दूसरे से उबासी को दूसरों पर मलने वाले ,
खुदगर्ज़ी के तेरी आज भी कायल हूं मैं !!
चंद लम्हों में सदियों का सफर कटा कैसे ; पूछ हमसे ,
 कि अभी भी खामोश सा ज़िंदा मिसाल हूं मैं !!

0 comments:

Post a Comment