Friday, 8 November 2024

The Seven Stages Of Love (इश्क़ के सात मक़ाम)❤️💖

BY The Golden Note IN , , , No comments

The Seven Stages Of Love :

1. Attraction (दिलकशी) : 
The first stage of love where eyes meet,spark is initiated and the journey of love begins.

आप अपने प्रेमी/प्रेमिका को घंटों तक निहारने लगते हैं और खुद को उससे नजरें हटाने से रोक नहीं पाते।
...
वो मेरी तरफ देख कर गुज़र गए,
ना कुछ कहा ना बात की,
ना रुक के मुलाकात की,
डाल कर मुझपर बस एक नज़र गुज़र गए,
वो मेरी तरफ देख कर, देख कर गुज़र गए।


2. Attachment (उन्स) :
The second stage starts with fondness where a feeling of strong connection comes.

आपके सपनों में भी, आपका प्रेमी आपसे मिलने आता है, वास्तव में यह एक अवचेतन जुनून है ।
....
 आज की बारिश थी या की उनका प्यार था,
  जो बरसता ही गया मेरी चाहत की तरह,
यूँ तो लबों से न कभी उसने किया इकरार था,
    उनकी आँखों को मगर समझा में होंटों की तरह।


3. Love (मोहब्बत) :
The most blissful of all stages. Here you started feeling at top of the world unaware of other things in life just lost in thoughts of your beloved.

आप अपने आप को व्यक्त करने की कोशिश करते हैं .. आप अपने प्रेमी को उद्देश्य देते हैं , गाने गाते हैं , प्रेम पत्र लिखते हैं , चित्र / स्केचिंग ..आदि
.....
यूहीं रात दिन जगूं,
पीछे तेरे आके मै रुकूँ,
तुझसे कभी मगर,ये कह भी न सकूं।


4. Trust/Reverence (अक़ीदत) : 
This stage initiates the process in love which ultimately leads to death. Here one started trusting someone more than anything and anyone. After this there is no turning back in love.

इस स्तर पर आपका अपने प्यार के प्रति भरोसा और धैर्य असीम और असीम है, आप जानते हैं कि आपकी हर गिरावट के लिए, आपका प्रेमी हमेशा आपको संभालने के लिए मौजूद है, आप अपने प्रेमी के लिए अनंत काल तक इंतजार करने के लिए भी तैयार हैं।
.....
मोहब्बत में इतना ही हासिल किया है,
कि खुद को मिटाकर भी हस्ते हैं हम। 


5. Worship (इबादत) :
In this stage love reaches at the extend of worshiping the beloved where nothing can be wrong with the object of worship.Here love not ends even after a denial by the beloved instead leads to the next stage of love.

इस स्तर पर, आपको ऐसा लगता है जैसे आपने अपने जीवन के भगवान को पा लिया है, उनसे मिलना हर रोज अपने भगवान की पूजा करने जैसा है।
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तुझसे मोहब्बत करता रहूँगा,तू मिले या न मिले।
तुझपे ही मरता रहूँगा तू मिले या न मिले।


6. Madness (जूनून) :
In this stage one finds his own identity incomplete without beloved thus his urge to have love reaches to the level of obsession and madness. 

इस स्तर पर आपका प्यार आपका जुनून बन जाता है, उसके बिना आप सांस भी नहीं ले सकते ! आप उसके बिना खुद की या अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते और अपने सपने / जुनून को पूरा करने के लिए आप किसी भी सीमा या सीमा से परे जा सकते हैं।
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तू ही दिल है,तू ही आरज़ू है।
हर जगह है बस तू ही तू ,तू ही तू।


7. Death (मौत) :
The final stage of love now the self identity is completely lost. Here the existence of lover depends on the existence of beloved. 

यह बात आपको अपने प्रेमी के साथ कभी साझा नहीं करनी चाहिए ,  परिणाम अलगाव और अवसाद होता है।
.....
तू मैं,मैं तू हो गया,
मैं जिस्म हूँ ,तू रूह मेरी,
कहने को अब है क्या बचा,
न तू मुझसे न में तुझसे जुदा।



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